Low Libido Treatment: Best Sexologist in Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey
3w ago Services Patna 52 views Reference: 760389Location: Patna
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पुरुषों होने वाले में कामेच्छा की कमी या लॉस ऑफ लिबिडो बारे में:-
आज के समय में लोगो का जीवन व लाइफस्टाइल इतना व्यस्त हो गया है कि वे टेक्नोलॉजी से ज्यादा और प्रकृति से कम जुड़ पाते है। कहा भी गया है विज्ञान लोगो के लिए जितना फायदेमंद है उतना ही इसके दुष्प्रभाव भी है। हम जैसे इसका उपयोग करते है यह वैसे ही हमें परिणाम देता है। गुप्त रोग या यूँ कहे कि यौन रोग जिसके बारे में लोग न तो सुनना पसंद करते है और न ही बोलना। परन्तु यह है तो एक बीमारी ही जो न केवल एक व्यक्ति को बल्कि उसके परिवार को भी प्रभावित करता है। आज का यह सत्र, पुरुषों में कामेच्छा की कमी, जिसे हाइपोसेक्सुअलिटी या कम यौन इच्छा के रूप में भी जाना जाता है, एक सामान्य स्थिति है जिसमें व्यक्ति को उसके यौन रुचि, उत्तेजना या आनंद में लगातार कमी होती है। वास्तव में, पुरुषों में कामेच्छा में कमी व्यक्ति के जीवन में सबसे अधिक बार 40 वर्ष की आयु के बाद होती है क्योंकि उस समय, टेस्टोस्टेरोन (पुरुष यौन हॉर्मोन) का स्तर प्रति वर्ष 1% की दर से लगातार कम होती जाती है।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य, गुप्त व यौन रोग विशेषज्ञ और आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. सुनील दुबे, जो कि पटना में शीर्ष स्तर के सेक्सोलॉजिस्ट भी हैं, कहते हैं कि मुख्य रूप से शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और जीवनशैली से जुड़े सामान्य कारक हैं जो किसी व्यक्ति के यौन या सामान्य जीवन को प्रभावित करते हैं। कम कामेच्छा की इस स्थिति में, शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, जीवनशैली, उम्र बढ़ने और चिकित्सा स्थितियां किसी व्यक्ति को गुप्त व यौन रोग की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने इस गुप्त व यौन विकार पर अपना शोध भी किया है और इससे छुटकारा पाने के लिए सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार और देसी उपाय भी खोज निकाले हैं। आज के समय में, भारत के विभिन्न शहरों से गुप्त व यौन रोगी दुबे क्लिनिक से फ़ोन पर संपर्क कर अपना इलाज करवाने के लिए पटना आते है।
पुरुषों में कामेच्छा कम होने के कारणों के बारे में: -
शारीरिक कारण:
- कम टेस्टोस्टेरोन और थायरॉयड विकार हार्मोनल असंतुलन हैं जो कामेच्छा को कम करते हैं और यौन जीवन को नीरस बनाते है।
- मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापा व पुरानी बीमारियाँ हैं जो किसी भी व्यक्ति के यौन जीवन को पूरी तरह से प्रभावित करती हैं।
- स्लीप एपनिया और अनिद्रा नींद संबंधी विकार हैं जो कामेच्छा और हार्मोन संतुलन को प्रभावित करते हैं।
- एंटीडिप्रेसेंट और रक्तचाप की दवाएँ सीधे शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।
मनोवैज्ञानिक कारण:
- तनाव, चिंता या अवसाद समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।
- रिश्ते संबंधी मुद्दे और सही संचार का न होना, विशेषकर वैवाहिक जीवन में।
- आघात या पिछले अनुभव मनोवैज्ञानिक घटक हैं।
- कम आत्मसम्मान या शरीर की छवि मानव मनोविज्ञान को प्रभावित करती है।
- प्रदर्शन संबंधी चिंता हार्मोन संतुलन और तंत्रिका को प्रभावित करती है।
जीवनशैली कारक:
- असंतुलित आहार, व्यायाम की कमी या शारीरिक निष्क्रियता।
- शराब और धूम्रपान का अत्यधिक सेवन।
- काम या तनाव के कारण नींद की कमी या थकान।
- अत्यधिक काम या तनाव या जिम्मेवारी का तनाव।
उम्र बढ़ने के मामले:
- टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में गिरावट।
- स्तंभन दोष या कमज़ोर इरेक्शन।
- संवेदनशीलता और उत्तेजना में कमी।
डॉ. सुनील दुबे जो कि बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर है, कहते हैं कि आम तौर पर कामेच्छा की कमी या हाइपोसेक्सुअलिटी व्यक्ति को अलग-अलग चरणों या उम्र में प्रभावित करती है। इसकी प्रकृति और प्रभाव के आधार पर इसे तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है। चलिए जानते है इसके प्रकार को –
- प्राथमिक हाइपोसेक्सुअलिटी: पुरुषों में आजीवन यौन इच्छा की कमी का होना।
- द्वितीयक हाइपोसेक्सुअलिटी: पुरुषों में कामेच्छा की कमी का होना।
- परिस्थितिजन्य हाइपोसेक्सुअलिटी: विशिष्ट परिस्थितियों में कामेच्छा की कमी का होना।
डॉ. सुनील दुबे बताते है कि कम कामेच्छा के लक्षणों को जानने से व्यक्ति को उपचार, दवा, मार्गदर्शन और सहायता प्राप्त करने में मदद मिलती है। किसी भी गुप्त या यौन समस्या के शुरुआती चरण में, सही उपचार और दवा हमेशा रोगियों के स्वास्थ्य को तुरंत ठीक करने में मदद करती है। निम्नलिखित लक्षण जो किसी भी व्यक्ति के कामेक्षा की स्थिति को दर्शाती है –
- यौन गतिविधियों और विचारों में रुचि में कमी का होना।
- बार-बार यौन उत्तेजना या आनंद में कमी का होना।
- इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई होना।
- संभोग की आवृत्ति या तीव्रता में कमी होना।
- साथी के साथ अंतरंगता या यौन गतिविधि से बचना।
कम कामेच्छा के निदान व उपचार के बारे में, डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि चिकित्सा इतिहास और शारीरिक परीक्षण, हार्मोन स्तर परीक्षण (टेस्टोस्टेरोन और थायरॉयड), मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन (तनाव और अवसाद), जोड़े का संबंध और जीवनशैली का आकलन महत्वपूर्ण चीजें हैं। वह उन सभी सभी लोगों को बताते हैं कि कामेच्छा की कमी लोगों में एक आम समस्या है। अंतर्निहित कारणों को संबोधित करना, खुले संचार का अभ्यास करना, जीवनशैली में बदलाव पर विचार करना और एक पेशेवर गुप्त व यौन स्वास्थ्य चिकित्सक की तलाश करना सर्वोत्तम परिणाम के लिए सबसे अच्छा निर्णय हैं।
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